Everything about bhairav kavach
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वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेश्वरः ॥
जले तत्पुरुषः पातु स्थले पातु गुरुः सदा
वामपार्श्वे समानीय शोभितां वरकामिनीम् ॥ ६॥
सरकारी कामो में सफलता प्राप्त होती है।
ಉದ್ಯದ್ಭಾಸ್ಕರಸನ್ನಿಭಂ ತ್ರಿನಯನಂ ರಕ್ತಾಂಗರಾಗಸ್ರಜಂ
ನೇತ್ರೇ ಚ ಭೂತಹನನಃ ಸಾರಮೇಯಾನುಗೋ ಭ್ರುವೌ
वाद्यं बाद्यप्रियः पातु भैरवो नित्यसम्पदा।।
बटुक भैरव कवच का व्याख्यान स्वयं महादेव ने किया है। जो इस बटुक भैरव कवच का अभ्यास करता है, वह सभी भौतिक सुखों click here को प्राप्त करता है।
नैऋत्यां क्रोधनः पातु उन्मत्तः पातु पश्चिमे।
महाकालोऽवतु क्षेत्रं श्रियं मे सर्वतो गिरा ।
ಭೀಷಣೋ ಭೈರವಃ ಪಾತೂತ್ತರಸ್ಯಾಂ ದಿಶಿ ಸರ್ವದಾ
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मन्त्रग्रहणमात्रेण भवेत सत्यं महाकविः ।